हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तोहफ ए ओकूल " पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الصادق علیہ السلام
لاتَطيبُ السُكنى إلاّ بِثَلاثٍ: الهَواءِ الطَّيِّبِ وَ الماءِ الغَزيرِ العَذبِ و الأرضِ الخَوّارَةِ
हज़रत इमाम सादिक़ (अ.स.)ने फरमाया:
तीन चीज़ों के साथ जिंदगी पूर मसर्रत होती है।
पाक और पाकीज़ा(स्वच्छ) हवा, ताज़ा पानी, और नरम भूमि (कृषि के लिए तैयार)।
तोहफ ए ओकूल,पेंज 320